The smart Trick of upay totka That Nobody is Discussing
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फिर उस कपडे को रोगी के कान से बांध दें ! बुखार उतर जायगा !
आर्थिक परेशानियों से मुक्ति के लिए गणपति की नियमित आराधना करें। इसके अलावा श्वेत गुजा (चिरमी) को एक शीशी में गंगाजल में डाल कर प्रतिदिन श्री सूक्त का पाठ करें। बुधवार को विशेष रूप से प्रसाद चढ़ाकर पूजा करें।
सोमवार के दिन प्रदोष काल में शिवलिंग पर अक्षत, सफेद चंदन, धतूरा, दूध, आक, गंगाजल और कच्चे चावल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें और फिर चावल मे मिल तिल को दान कर दें। इसके बाद महामृत्युंजय मंत्र का जप और शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहेगा और जीवन में धन धान्य की वृद्धि होगी।
किसी रोग से ग्रसित होने पर - रोग से छु ट कारा पाने के लिए उपाय
राधा कृष्णजी के मंदिर में शुक्ल पक्ष के वीरवार या जन्माष्टमी को चान्दी की बांसुरी चढाय।
बाधामुक्ति कवच बुरी नजर से बचाव करता है। तंत्र-मंत्र-जादू, टोने के दुष्प्रभाव को काटता है here व शनि दोष, साढ़ेसाती, ढैय्या की अवधि में विशेष रूप से शुभ रहता है। इसके चमत्कारिक प्रभाव से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में वृद्धि होती है तथा सकारात्मक ऊर्जा का संचार धारक को आशा और उन्नति की ओर लेकर जाता है।
बच्चे को दूसरों की नजर जरूर लगती है,चाहे वह अपने ही घर वालों की क्यों न हो,शाम को बच्चा जब बिस्तर पर सोने जाये तो एक पत्थर को बच्चे के ऊपर से ओसारा करने के बाद किसी पानी से धोकर एक नियत स्थान पर रख देना चाहिये,जिस दिन खतरनाक नजर लगी होगी या कोई बीमारी परेशान करने वाली होगी,वह पत्थर अपने स्थान पर नही मिलेगा,अथवा टूटा मिलेगा।
कुछ ग्रहों के अशुभ प्रभाव के कारण कन्या के विवाह में विलंब हो तो इस प्रकार के उपाय स्वयं कन्या द्वारा करवाने से विवाह बाधाएं दूर होती है –
हरियाली अमावस्या पर वृक्षारोपन, राशि अनुसार लगाए पौधे, हरियाली अमावस्या पर्व के फायदे
उड़द की दाल के चार दाने शनिवार को प्रात:काल सिर से तीन बार उलटा घुमाकर कौओं को खिला दें। ऐसा लगातार सात शनिवार करने पर शनिदोष दूर हो जाएगा। उड़द का दान करने से भी शनिदोष कम होता है।
अगले पन्ने पर पांचवां चमत्कारिक टोटका...
हनुमान जी को चोला चढ़ाना भी लाभकारी होता है.
कच्ची धानी के तेल के दीपक में लौंग डालकर हनुमान जी की आरती करें। अनिष्ट दूर होगा और धन भी प्राप्त होगा।
२. पूजा घर में अभिमंत्रित श्र्री यंत्र रखें !